आज कृतिका नक्षत्र है,
द्वितीय स्कन्ध
ध्यान-विधि और भगवान्के विराट्स्वरूपका वर्णनभगवान्के स्थूल और सूक्ष्मरूपोंकी धारणा तथा क्रममुक्ति और सद्योमुक्तिका वर्णन कुंडलिनी जागरण
३-कामनाओंके अनुसार विभिन्न देवताओंकी उपासना तथा भगवद्भक्तिके प्राधान्यका निरूपण
४-राजाका सृष्टिविषयक प्रश्न और शुकदेवजीका कथारम्भ
५-सृष्टि-वर्णन
६-विराट्स्वरूपकी विभूतियोंका वर्णन
७-भगवान्के लीलावतारोंकी कथा
८-राजा परीक्षित्के विविध प्रश्न
९-ब्रह्माजीका भगवद्धामदर्शन और भगवान्के द्वारा उन्हें चतुःश्लोकीचतुःश्लोकी भागवत भागवतका उपदेश
१०-भागवतके दस लक्षण
तृतीय स्कन्ध
१-उद्धव और विदुरकी भेंट
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